Bewafa Dard Bhari Shayari
प्यार तो कोई भी कर सकता है, मगर प्यार को निभाना हर किसी के वश में नहीं होता। कुछ दिनों तक गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड आपसे में बहुत प्यार दिखाते हैं मगर किसी और के मिल जाने या फिर किन्ही मजबूरियों के कारण उन्हें अलग होना पड़ता है. दो प्यार करने वाले एक दूसरे के लिए इतना जल्द बेवफा हो जाते हैं उन दोनों को खुद पता नहीं चलता। अगर आपके साथ भी कभी किसी ने बेवफाई की है तो आपको इस बारे में बहुत अच्छे से पता होगा। यहां मैं आपके लिए Bewafa Dard Bhari Shayari का बेहतरीन कलेक्शन लेकर आयी हूँ. अगर आप अपने प्यार के खो जाने से दुखी हैं तो ये शायरी पढ़कर आपको अच्छा लगेगा। बेवफा दर्द भरी शायरी का ये कलेक्शन सिर्फ उन लोगों के के लिए है जिनके साथ बेवफाई हुई है.

ठोकरें इतनी खाई है ज़िन्दगी में कि,
अब पत्थरों से भी दोस्ती सी हो गयी है ||
उसकी आँखों से कभी लगा ही नही कि
"वो बेवफा थी"
वक्त बीता लेकिन आंखों पर
नया अरमान छोड़ गया
रंग था कच्चा फिर भी दिल पर
तेरे इश्क का निशान छोड़ गया.!!
मोहब्बत का नतीजा दुनिया,
में हमने बुरा देखा |
जिन्हें दावा था वफा का,,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा ||
जब निकले मेरा जनाजा,
तो खिड़की से झांक लेना |
फूल तो बहुत महंगा पड़ेगा,,
कम से कम पत्थर तो मार देना ||
मोहब्बत की राहों का अंजाम यही है,
ग़म को अपना लो बस पैगाम यही है |
इस शहर में मोहब्बत ढूंढे ना मिलेगी,,
हाँ बेवफ़ाओं का तो ऐलान यही है ||
इतनी मुश्किल भी ना थी,
राह मेरी मोहब्बत की |
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ,,
कुछ वो बेवफा हो गए ||
तेरे बिना साथिया तन्हा जिया ना जाए
तेरी बेवफाई का जहर अब पिया ना जाए..!
तेरी आंखें बता देती है
बेवफाई के सारे राज
अब छुपाए नही छुपते
दिल के झूठे जज्बात..!
तब कभी फुर्सत से
मिलेगे वो हमसे
जब हम दम तोड़ देगे
जिंदगी की राहो मे..!
दर्द जिंदगी में कुछ
इस तरह बढ़ने लगे है
जो रिश्ते दिल से थे वो
मुझसे दूर जाने लगे है..!
Bewafa Dard Bhari Shayari
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कमाल की मोहब्बत करता था, वो
शख्स मुझसे,
जब चाहा हंसा दिया, जब चाहा
रुला दिया।
ज़िन्दगी का सबसे बड़ा
थप्पड़
किसी से की गई उम्मीद
मारती है।
ढूंढा करोगे हर किसी में हमको देखना,
वो मंजर भी आएगा,
हम याद भी आएगे,
और आंखो में समंदर भी आएगा,
कुछ पल की हंसी देकर ज़िन्दगी,
रुलाती क्यू हैं।
जो किस्मत में नहीं होते किस्मत,
उनसे मिलती क्यूं हैं।
रिश्ते कभी भी कुदरती मौत,
नहीं मरते,
इंसान खुद कत्ल करता है,
कभी नफरत से, तो
कभी नज़रअंदाज़ से,
तो कभी गलतफहमी से,
इंतज़ार सिर्फ उसी का करना,
चाहिए।
जिसे आपके हर लम्हों की कीमत,
पता हो।
दो पल मुस्कुरा कर, हुई
आंखे नम,,,,,
फिर वही गम, फिर वही हम,
कभी कभी थक कर हम वैसे बन जाते है.
जैसा होने का, दुनियां हम पर इल्जाम लगाती है.
वो बिछड़ कर ही क्या लौटेगा,
जो साथ रहकर भी, साथ नहीं था,
Bewafa Dard Bhari Shayari
इश्क में बेवफाई
का चलन है साहब
वफा करने वालो को
ये जमाना दर्द के
सिवाय कुछ नही देता..!
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की
और बेवफा कौन है तुम तो ये बताओ कि
आज ‘तन्हा’ कौन है !!
आरजू थी की तेरी बाँहो में,
दम निकले, लेकिन बेवफा तुम नही,
बदनसीब हम निकले।।
बरबाद कर गया वो जिंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई मिली सिरफ वफा के नाम से,
ज़ख्म ही ज़ख्म दिया उसने दावा के नाम से,
खुद भी रो पड़ी वो मेरी मोहब्बत के अंजाम से।
वो हमसे मिली भी तो बेवफा बन के मिली,
मेरे गुनहा उतने नहीं थे, जितनी मुझे सजा मिली ।
हमारे हर सवाल का सिर्फ
एक ही जवाब आया
पैगाम जो पहूँचा हम तक
बेवफा इल्जाम आया !!
दिल किसी से तब ही लगाना
जब दिलों को पढ़ना सीख लो
वरना हर एक चेहरे की फितरत में
ईमानदारी नहीं होती !!
मेरी आखो से बहने वाला ये आवारा से आंसू
पूछ रहे है इन पलकों से तेरी बेवफाई की वजह
रुसवा क्यों करते हो प्यार को, दुनिया वालो,
महबूब तो तुम्हारा बेवफा है, तो प्यार का क्या गुनाह है ||
Bewafa Dard Bhari Shayari
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो
नही पर दिल चाहता है आखरी सास
तक तेरा इंतजार करू !!
हमारी सेहत भी न जान सके हमे लाचार देखकर,
और उन्हें हम कुछ नहीं बता सके खुश देखकर ।
वफ़ा की उम्मीद मत करो लोगो से,
लोग वक़्त चलते बेवफ़ा हो जाते हैं,
मंज़िल की उम्मीद मत करो लोगो से,
लोग साथ चलते चलते रूख मूड जाते हैं।
फर्क है तुम्हारे और मेरे दर्द में
तुम्हारी आँखें रोती है और हमारा दिल !!
पत्थर समझता रहा जिसे ताउम्र
वो ही आज खुदा निकला
जिसे पूजा मैंने खुदा की तरह
दुनिया वालों वो ही बेवफा निकला।
नफरत को मोहब्बत की आँखों में देखा,
बेरुखी को उनकी अदाओं में देखा,
आँखें नम हुईं और मैं रो पड़ा,
जब अपने को गैरों की बाहों में देखा।।
ये उनकी मोहब्बत का नया दौर है,
जहाँ कल मैं था आज कोई और है।
जब वफ़ा की बात आई तो हमने,
दिल हाथ पे रख दिया, उसने कहा कोई और काम करो,
ऐसे खिलाड़ियों से हम रोज खेला करते हैं।
Bewafa Dard Bhari Shayari💔💔💔💔💔💔💔
वो तो दीवानी थी, मुझे तन्हा छोड गई,
खुद न रुक साकी अपना साया छोड गई,
गम ना सही दिल पर इस बात दुखा है ,
वेवफाई करके बड़ा दिल से तोड़ गई ||
खुद ही जिद पे उतरता है, खुद ही मान जाता है
देखो ये दिल हमारा, खुद ही खुद को समझाता है
दुनिया मे सबसे ज्यादा वही उदास रहता है
जो खुद से ज्यादा, दुसरो की फिक्र करता है
हमने कहा आज झूठ का दिन है
वो मुस्कुरा के बोली, फिर तुम मेरे हो
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